Examine This Report on sidh kunjika



People who browse Devi Mahatmya without this prayer of Kunjika is not going to reach the forest of perfection as they may weep by itself without having a person to protect or protect them.  

हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

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विच्चे चाभयदा नित्यं नमस्ते मन्त्ररूपिणि ॥ ९ ॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति प्रथमोऽध्यायः

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अति गुह्यतरं देवि देवानामपि दुर्लभम् ॥ ३ ॥

सरसों के तेल का दीपक है तो बाईं ओर रखें. पूर्व दिशा की ओर मुख करके कुश के आसन पर बैठें.

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

मारणं मोहनं वश्यं स्तम्भनोच्चाटनादिकम्।

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ परम कल्याणकारी है। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र आपके जीवन की समस्याओं और विघ्नों को दूर करने के लिए एक शक्तिशाली उपाय है। मां दुर्गा के इस स्तोत्र का जो मनुष्य विषम परिस्थितियों में वाचन करता है, उसके समस्त कष्टों का अंत होता है। प्रस्तुत है श्रीरुद्रयामल के गौरीतंत्र में वर्णित सिद्ध कुंजिका स्तोत्र। सिद्ध कुंजिका स्तोत्र के लाभ

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